Tehzeeb hafi shayari

Tehzeeb hafi shayari | नए अंदाज़ से भरपूर, और ख़ूबसूरत लहजे के शायर तहज़ीब हाफ़ी 5 दिसंबर 1989 को रीतड़ा, तहसील तौंसा शरीफ़(ज़िला डेरा ग़ाज़ी ख़ान) में पैदा हुए। इन्होंने मेहरान यूनीवर्सिटी से सॉफ्टवेयर इंजीनिरिंग करने के बाद बहावलपुर यूनीवर्सिटी से उर्दू में एम.ए किया। आजकल लाहौर में रहते हैं।

इनके शायरी की पेशकश का ढंग और अभिव्यक्ति व प्रस्तुती का अंदाज़ ऐसे मनमोहने होते हैं कि उन्हें पढ़ने और सुनने वाला उनका प्रशंसक हुए बिना नहीं रह पाता |

तुम मुझे ज़हर लगते हो और मैं किसी दिन तुम्हें पी के मर जाऊँगा- तहज़ीब हाफी शायरी

मैंने जो कुछ भी सोचा हुआ है,

मैं वो वक़्त आने पे कर जाऊँगा

तुम मुझे ज़हर लगते हो

और मैं किसी दिन तुम्हें पी के मर जाऊँगा

तहज़ीब हाफी शायरी

English Font

Maine jo kuch bhi socha hua hai,

Mai vo waqt aane pe kar jaunga,

Tum Mujhe zeher lgte ho

Aur me kisi din Tumhe pi ke Mar jaunga

Us Paid ki chhanv me gya baith gya shayari

Yun nhi hai ki Fakat mai hi use chahta hun
Jo bhi us Paid ki chhanv me gya baith gya

Tehzeeb hafi shayari

मोहब्बत वोहब्बत बड़ा जानते हो – तहज़ीब हाफी शायरी

तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है,

मोहब्बत वोहब्बत बड़ा जानते हो

तो फिर ये बताओ कि

तुम उसकी आंखों के बारे में क्या जानते हो?

English Font

Tumhe Husan par Dastras hai,

Mohabbat vohabbat bda jante ho

To phir ye btao ki

Tum uski Ankho ke bare me kya jante ho.

तेरा चुप रहना मेरे ज़हन में क्या बैठा गया– Tera chup rehna mere zehen shayri

तेरा चुप रहना मेरे ज़हन में क्या बैठा गया,

इतनी आवाजें तुझे दे की गला बैठा गया

Tera chup rehna mere zehen mai kya baith gya,

Itni Aawaze tujhe di ki gala baith gya

मेरे आँसू नही थम रहे– Tehzeeb Hafi shayari

मेरे आँसू नही थम रहे

कि वो मुझसे जुदा हो गया

और तुम कह रहे हो कि

छोड़ो अब ऐसा भी क्या हो गया |

English Font

Mere Aansu nhi Tham rhe

ki vo Mujhse juda ho gya

Aur Tum keh rhe ho ki

chhodo ab aisa bhi kya ho gya

वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है- Tehzeeb hafi shayari

ये दुःख अलग है

कि उससे मैं दूर हो रहा हूँ

ये ग़म जुदा है

वो ख़ुद मुझे दूर कर रहा है

मसअला हल हो गयातहज़ीब हाफी शायरी

तपते सहराओं में सब के सर पे आँचल हो गया

उसने ज़ुल्फ़ें खोल दीं और मसअला हल हो गया |

English Font

Tapte Sehrao mai sab ke sar pe Aanchal ho gya

Usne Zulfee khol di aur Maslaa ho gya.

Tehzeeb hafi shayari

Tehzeeb hafi shayari

क्या ख़बर कौन था वो, और मेरा क्या लगता था

जिससे मिलकर मुझे, हर शख़्स बुरा लगता था |

English Font

Kya khabar kon tha vo, Aur mera kya lgta tha,

Jisse Mil kar mujhe, Har shaks bura lgta tha.

कौन तुम्हारे पास से उठ कर घर जाता है

तुम जिसको छू लेती हो वो मर जाता है |

~तहज़ीब हाफी शायरी video

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